नारियल का तेल देखिये कैसे बनाया जाता है

नारियल तेल को महंगे कुकिंग ऑयल में गिना जाता है. बहुत से लोग इसका कुकिंग ऑयल की तरह इस्तेमाल करते हैं तो बहुत से लोग इसे सौंदर्य के तौर पर काम पर लेते हैं. आपने भी किसी ना किसी तौर पर नारियल तेल का इस्तेमाल किया होगा और इसके काफी फायदे बताए जाते हैं. लेकिन, कभी आपने सोचा है कि नारियल तो सस्ता होता है, लेकिन इसका तेल इतना महंगा क्यों होता है और नारियल से तेल कैसे बनाया जाता है. तो जानते हैं आपके सभी सवालों के जवाब…
कैसे बनता है नारियल का तेल?- सबसे पहले एक तरीके से नारियल का दूध बनाया जाता है और उसके बाद उस दूध बनने की प्रक्रिया के जरिए तेल बनाया जाता है. पहले नारियल का गुदा निकाला जाता है और इसमें पानी मिलाकर पीसा जाता है और उसके बाद उसे निचोड़कर और दबाकर तेल निकाला जाता है. इससे निकलने वाले तेल/पानी के मिश्रण से, तेल की प्रतिशतता के आधार पर, नारियल क्रीम या नारियल का दूध प्रोड्यूस होता है.
उसके बाद नारियल के दूध को प्राकृतिक रूप से अलग होने दिया जाता है. पानी से हल्का होने के कारण तेल पानी की सतह पर तैरने लगता है और इसमें 12 से 24 घंटे लगते हैं. इसके बाद तेल निकाला जाता है. नारियल के दूध से नारियल तेल निकालने का यह पारंपरिक तरीका है और बहुत से लोग इसी पद्धति से घरों में तेल निकालते हैं. वैसे अब ये प्रोसेस मशीनों द्वारा किया जाता है.
क्यों होता है महंगा? इसके महंगे होने की वजह इसका प्रोसेस है और क्वांटिटी है. दरअसल, काफी लंबी प्रक्रिया के बाद बहुत से नारियल से थोड़ा सा तेल निकलता है.बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, 250 नारियल में 10 लीटर नारियल तेल निकल पाता है. इसके लिए करीब 12 नारियल पेड़ की आवश्यकता होती है. बता दें कि एक नारियल के पेड़ के मैच्योर होने में तीन महीने का वक्त लगता है. नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]