कैसे हुई थी कश्मीर में रेलवे की शुरुआत? देखिये video
कश्मीर घाटी में हड़ताल और कर्फ़्यू के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने श्रीनगर के निकट नौगाम रेलवे स्टेशन से फूलों से सज़ी एक रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर घाटी की पहली रेलसेवा की शुरुआत की. पहली गाड़ी पर बच्चे सवार थे.नियमित रेल सेवा की शुरुआत 12 अक्तूबर से होगी. 66 किलोमीटर लंबी यह रेल लाइन बड़गाम में राजवंशेर को अनंतनाग से जोड़ेगी. दिन में दोनों ओर से दो गाड़ियां चलेंगी. 1 घंटे 35 मिनट की यात्रा के लिए इस मार्ग पर रेल का किराया 15 रुपए होगा.
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, रेलमंत्री लालू प्रसाद, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सैफुद्दीन सोज, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन. एन. वोहरा, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और पीपुल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी रेल लाइन के उद्घाटन के ऐतिहासिक अवसर पर मौजूद थीं. इस परियोजना की शुरुआत 1998 में हुई थी. उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदर कुमार गुजराल ने पिरयोजना का शिलान्यास किया था.
कश्मीर घाटी में अलगाववादियों की समन्वय समिति ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरे और शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के खिलाफ बल प्रयोग के विरोध में शनिवार को हड़ताल का आह्वान किया था जिसके कारण जनजीवन अस्तव्यस्त रहा. शनिवार को दुकानें, पेट्रॉल पंप बंद रहे और सड़कों पर यातायात ठप रहा. उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में और शहर के विभिन्न हिस्सों में कल दिन भर प्रदर्शनकारियों और पुलिस और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुई, जिनमें दो व्यक्ति मारे गए और 34 सुरक्षाकर्मियों सहित 75 लोग ज़ख़्मी हो गए.नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]