क़तर के पास इतना पैसा कहाँ से आया | देखिए video
दोस्तों क्या आपको पता है कि एक छोटा सा देश है जिसमें वर्ल्ड मैप में ढूंढने से भी नहीं मिलता। एक ऐसा देश जिसका आकार सिक्किम से भी छोटा है। एक ऐसा देश जिसकी जनसंख्या लखनऊ से भी कम है। इन सब के बावजूद भी इस देश के पास कितना पैसा है कि यह टॉप 5 के लिस्ट में आता है। इस देश की एरोप्लेन दुनिया की सबसे महंगी एरोप्लेन में से एक है। आज के इस एपिसोड में हम आपको इन सब सवालों के जवाब को बताएंगे। कतर देश हमेशा से अमीर देश नहीं था। यह देश बिल्कुल हमारे भारत देश की तरह ही ब्रिटेन का गुलाम हुआ करता था। साल 1971 में जब यह देश ब्रिटेन के गुलाम से आजाद हुआ तभी से यह देश सफलता की सीढ़ियों को चढ़ना शुरू कर दी। देखते ही देखते यह देश पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बना ली।
कच्चे तेल का भंडार:
इस देश के अमीर होने का सबसे बड़ा कारण प्राकृतिक से मिला कच्चे तेल का भंडार है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस देश में पूरी दुनिया का दूसरा नंबर पर कच्चे तेल का भंडार है। उसी तेल को बेचकर यह देश इतना अमीर और इतना सक्सेस हो गया है। इस पेट्रोल को हम लोग भारत में 90 से ₹100 लीटर खरीदते हैं उसी पेट्रोल को कतर में 17 से ₹18 प्रति लीटर में बेचा जाता है। कतर में रहने वाले लोगों के प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 24 हजार 930 डॉलर है। जो कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। अगर हम भारत की बात करें तो भारत में सिर्फ और सिर्फ प्रति व्यक्ति आय 6000 रुपए डॉलर है। यह देश इतना अमीर है कि यहां रहने वाला हर तीसरा इंसान अरबपति है। क्षेत्रफल की दृष्टि से अगर इस देश को देखा जाए तो यह सिक्किम से भी छोटा है। यहां पर सिर्फ और सिर्फ 22 लाख लोग रहते हैं। यहां पर 8 लाख से भी ज्यादा लोग भारतीय रहते हैं जो कमाने के मकसद से वहां गए हैं।
कतर का सबसे बड़ा शहर:
कतर देश की सबसे बड़ा शहर की बात करें तो यहां के सबसे बड़ा शहर दोहा है। दोहा कतर की राजधानी भी हैं। कतर 60% आबादी दोहा में रहती है।आप सभी लोग सोचते होंगे कि दुबई में रहने वाले लोगों के पास बहुत ज्यादा पैसा है। लेकिन उन्हें जरा सा भी जानकारी नहीं है कि कतर में रहने वाले लोग दुबई से भी अधिक अमीर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कतर दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहां पर एक भी इंसान गरीब नहीं है।
कतर का education:
कटर में दुनिया का सबसे ज्यादा पढ़े लिखे लोग रहते हैं। यहां के साक्षरता 98% से ज्यादा है।
करेंसी:
अगर हम यहां की करेंसी की बात करें तो यह दुबई की करेंसी से थोड़ी कम है। यहां की करेंसी का नाम कतरी रियाल है। इस कतरी रियाल की कीमत भारत के ₹20 के बराबर है।
Tax:-
कतर में रहने वाले लोगों से किसी भी प्रकार का इनकम टैक्स नहीं लिया जाता। यहां पर बिजली, पानी बाकी और सारी सुविधाएं मुफ्त में दी जाती है। कतर देश तेल बेच कर इतना पैसा कमा लेता है कि अपने नागरिकों से टैक्स लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
कतर का नेगेटिव प्वाइंट:
कतर का नेगेटिव प्वाइंट या है कि यहां पर मात्र 20% आबादी ही महिलाएं हैं। इस देश में महिलाओं की आबादी बेहद ही कम है। यहां पर मुसलमानों के अलावा दूसरे धर्म के लोगों की बड़ी तादाद में रहते हैं। यहां पर रहने वाले महिलाओं को किसी भी खास तरह की आजादी नहीं है। महिलाएं गाड़ी पर चला सकती है लेकिन उन्हें 24 घंटे वुर्के में रहना पड़ता है। अगर आप कतर में रहकर दूसरे धर्म की निंदा करते हैं तो यहां पर सख्त कानून बनाया गया है। ऐसा करते पकड़े जाने पर आपको 7 साल तक जेल में डाला जा सकता है।
कतर इस्लामिक देश होने की वजह से इस देश में अल्कोहल पूरी तरह से बैन है। हालांकि यहां पर कई सारे होटल और रेस्टोरेंट ऐसे हैं जहां पर अल्कोहल खरीदने या बेचने की इजाजत है। लेकिन वहां पर सिर्फ बाहर से आने वाले लोग ही शराब खरीद या बेच सकते हैं।यह देश रेगिस्तान में बसा हुआ है। इस देश में ज्यादा से भी ऐसी जमीन नहीं है जहां पर खेती की जा सके। यहां पर खाने पीने की चीजें 100% चीजे बाहर से मंगवाई जाती हैं। के लिए यह देश काफी महंगा है।कतर एयरवेज को फाइव स्टार होटल का नाम दिया जाए तो गलत नहीं होगा। कतर ने एयरवेज़ को एक बेहतरीन बनाकर दुनिया भर के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। कतर ऐसा देश है जहां पर समुद्र रेगिस्तान में आकर मिलता है।
कतर उन 4 देश में से एक है जहां पर एक भी जंगल मौजूद नहीं है। इस देश की जमीन पूरी तरह से बंजर है। बहुत सारे देशों का ऐसा मानना है कि कतर आतंकवादियों को जॉइनिंग करता है। उसी के दिए हुए पैसों से आतंकी पल बढ़ रहे हैं। जो देश ऐसा मानता है कौन देशों ने कतर से संबंध खत्म कर लिए हैं। कतर का कहना है, कि जिन संगठन को पैसा का मदद कर रहा था वह आतंकी संगठन नहीं है। हमें अपने धर्म और आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं। नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]