जानिए जुड़वा बच्चे क्यों, कैसे और कब पैदा होते है ? देखिये video
हम यह भली-भांति जानते हैं कि जब पुरुष और महिला आपस में संबंध बनाते हैं तभी जाकर बच्चे पैदा होते हैं। परंतु कभी-कभी इस संबंध के कारण एक साथ 2 बच्चे भी पैदा हो जाते हैं। ऐसा क्यों होता है। हम सबसे पहले यह जानते हैं कि बच्चे कैसे पैदा होते हैं। जब पुरुष और महिला आपस में संबंध बनाते हैं तो पुरुष का स्पर्म महिला की योनि में जाता है। इस प्रकार पुरुष का जो वीर्य महिला के अंदर जाता है इसमें लाखों की संख्या में स्पर्म होते हैं। परंतु बच्चे पैदा करने के लिए मात्र एक ही स्पर्म की आवश्यकता होती है। ठीक इसी प्रकार महिला के अंडाशय में कई सारे ओभम ) का निर्माण होता है परंतु बच्चे पैदा करने के लिए मात्र एक ही ओभम की आवश्यकता होती है। जब महिला के फ्लोपीयन ट्यूब में एक स्पर्म जककर, एक ओभम में चला जाता है तो वे आपस में जुड़ जाते हैं और जुड़कर यूट्रस में आ जाते हैं और वहीं पर बच्चे का विकास होने लगता है।
जब महिला का एक ओभम एक स्पर्म से जुड़ जाता है तो महिला में उपस्थित बाकी सभी ओभम खराब हो जाते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पुरुष के वीर्य में बहुत सारे स्पर्म होते हैं परंतु एक स्पर्म जैसे ही एक ओभम से जुड़ता है बाकी सभी ओभम खराब हो जाते हैं परंतु स्पर्म खराब नहीं होते हैं। किंतु जुड़ने के लिए उनके पास ओभम उपलब्ध नहीं होता है जिसके कारण वह भी 1 दिन में खराब हो जाते हैं। समान्यतः पुरुष के स्पर्म की आयु 1 दिन के आसपास मानी जाती है। परंतु अगर उनके रहने के अनुकूल जगह मिल जाती हैं तो वे 3 से 5 दिन तक जीवित रह सकते हैं।
हम आपको यहां बताते चलें कि महिलाओं की अंडाशय में ओभम का निर्माण होता है और यह ओभम फैलोपियन ट्यूब में आकर स्पर्म से मिलते हैं। जिसके फलस्वरूप भ्रूण बनता है और उसका विकास होने लगता है। भ्रूण का विकास महिला की यूट्रस में होता है।जुड़वा बच्चे कैसे पैदा होते हैं? जुड़वा बच्चे दो कारणों से पैदा होते है। जिनका वर्णन आगे किया गया है। पहली स्थिति में जब दो स्पर्म एक साथ एक ovum में प्रवेश कर जाते हैं तो जुड़वा बच्चे होते हैं तथा दूसरी स्थिति में जब आपस में जुड़े हुए 2 ovum में एक स्पर्म जाता है और निषेचन कर लेता है इस प्रकार भी जुड़वे बच्चे पैदा होते हैं।
बच्चों के प्रकार
आप जुड़वा बच्चों के बारे में तो जानते ही होंगे, ये जुड़वा बच्चे कैसे होते हैं। परन्तु जुड़वा बच्चे भी दो प्रकार के होते हैं जिनका वर्णन आगे किया गया है।
1. समान शक्ल वाले जुड़वा बच्चे
समान शक्ल वाले जुड़वा बच्चे इस प्रकार के जो बच्चे होते हैं, वह लगभग समान दिखाई देते हैं। जिनमे दो बच्चे या दो लड़कियां ही हो सकती है अर्थात उनका लिंग (Sex/Gender) समान होगा। इस प्रकार के बच्चे पैदा होने का मुख्य कारण यह है कि एक स्पर्म, एक साथ आ रहे दो ओभम में जाकर प्रवेश कर जाता है और निषेचन कर लेता है। जिसके कारण सामान शक्ल वाले बच्चे पैदा हो जाते हैं क्योंकि पुरुष का स्पर्म तो एक ही होता है परंतु ओभम उसको दो भागों में बांट लेते हैं जिसके कारण होने वाले बच्चे समान शक्ल के पैदा होते हैं।
2. असमान शक्ल वाले जुड़वा बच्चे
इस प्रकार के बच्चे समान नहीं होते हैं वे एक दूसरे से भिन्न दिखाई देते हैं इसमें दो लड़के अलग-अलग हो सकते हैं या दो लड़किया अलग अलग हो सकती हैं या फिर एक लड़का और एक लड़की हो सकती है। ये समान लिंग ) वाले भी हो सकते हैं और असमान लिंग वाले भी हो सकते हैं। इस प्रकार के बच्चे होने का मुख्य कारण यह है कि दो स्पर्म एक साथ एक हीl में प्रवेश कर जाते हैं, जिसके फलस्वरूप एक दूसरे से भी नहीं दिखाई देने वाले बच्चे पैदा होते हैं।नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]