गुरुत्वाकर्षण बल काम कैसे करता है

कई बार हम अपने बहुत से सवालों (Questions) को बीच में छोड़ देते हैं. ऐसा ज्यादातर लोगों के बचपन में होना अच्छी बात नहीं मानी जाती है. कई बार हमारे सवालों को टाला जाता है तो कभी हमारी जिज्ञासा को दबा दिया जाता है. ऐसे में हमारे अंदर की जानने की प्रवृत्ति को नुकसान होता है जो हमारे विकास (Development) में बाधक होता है. एक सवाल सभी के मन में आता है कि चीजें आखिर नीचे गिरती (Fall) क्यों हैं. बचपन में लगभग सभी लोगों को यह जवाब मिलता है कि पृथ्वी (Earth) सभी चीजों को खींचती है. लेकिन ऐसा क्यों होता है आज हम इस पर चर्चा करेंगे.
गुरुत्वाकर्षण शक्ति है रहस्य
इस सवाल का सीधा जवाब है कि पृथ्वी में एक गुरुत्वाकर्षण शक्ति होती है जिसके कारण हर वस्तु जिसमें कुछ पदार्थ होता है वह पृथ्वी की ओर खिंचती है. 17वीं सदी के उत्तरार्ध में वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन ने इस सवाल का जवाब खोजा. यह जानना वाकई रोचक है कि आखिर न्यूटन ने ऐसा क्या खोजा जो हम पहले से नहीं जानते थे या नहीं नहीं जान पाए थे.
गुरूत्वाकर्षण हर जगह
न्यूटन ने ही सबसे पहले गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक सिद्धांत (Universal Law) दिया था. उन्होंने बताया था कि मूलतः हर वो वस्तु जिसमें कोई पदार्थ होता है या भार होता है, वह दूसरे भार वाली वस्तु को आकर्षित करती है. यह सिद्धांत न्यूटन ने व्यवहारिक रूप से सिद्ध भी किया. लेकिन यह गुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत लागू कैसे होता है यह समझने पर ही इससे संबंधित हमारे सभी सवालों का जवाब मिल सकेगा.
हर वस्तु में है गुरुत्वाकर्षण
अगर न्यूटन की बात सच मानी जाए तो गुरुत्वाकर्षण हर वस्तु में है. ऐसे में मैं अपने मोबाइल को भी आकर्षित करूंगा और मेरा मोबाइल भी मुझे. मेरे घर की दीवारें भी मुझे आकर्षित करेंगी और मैं भी उन्हें. यानी हर चीज एक दूसरे को आकर्षित करेगी तो ऐसा क्यों होता है कि चीजें नीचे की ही ओर गिरती हैं. नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]