सर्टिफिकेट के साथ फ्री ऑनलाइन सीसीसी कंप्यूटर कोर्स करें

आज का युग कम्प्यूटर का युग है और हम यदि यह कहे कि कम्प्यूटर के बिना हमारी जिंदगी अधूरी है तो किसी हद तक यह सही ही होगा। आज हर काम कंप्यूटर या टेक्नोलॉजी के जरिए होता है। डिजिटल इंडिया का दौर होने से कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी का यूज दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। हम हमारे चारों ओर देखें तो टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर इन दो चीजों का बहुत महत्व है। चाहे फिर स्कूल, कॉलेज में एडमिशन लेना हो, जॉब के लिए हो या कोई ऑनलाइन फॉर्म भरना है सभी में कंप्यूटर की आवश्यकता है। कोरोना वायरस के चलते कंप्यूटर का उपयोग और बढ़ता जा रहा है तथा कंप्यूटर से संबंधित वैकेंसी निकलती जा रही है। इसी को देखते हुए आज यह महत्वपूर्ण ब्लॉग Computer Course in Hindi, कंप्यूटर कोर्स , फ्री कंप्यूटर कोर्स , 12 वीं के बाद कंप्यूटर कोर्स की सूची आपके लिए लाए हैं।

टॉप कंप्यूटर कोर्सेज

कंप्यूटर के टॉप कोर्सेज की सूची नीचे दी गई है, जिनमें छात्र एडमिशन ले सकते हैं:

बेसिक कम्प्यूटर कोर्स (Introduction to Computers – Hindi)
एक्सेल का बेसिक कोर्स – Microsoft Excel Basic & Advanced Hindi
एम एस वर्ड का बेसिक कोर्स – Microsoft Word Basic & Advanced Hindi
डीटीपी कोर्स (DTP Course) – Desk Top Publishing Course in Hindi
साइबर सुरक्षा और एथिकल हैकिंग कोर्स(Cyber security and Ethical Hacking)
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कोर्स – Programming Languages Courses
वेब डिजाइनिंग कोर्स – Web Designing Courses
एनीमेशन और मल्टीमीडिया कोर्स ANIMATION & MULTIMEDIA Courses
कंप्यूटर विज्ञान में डिप्लोमा (Diploma in Computer Science)
डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स (Data entry operator Course)
कम्प्यूटरीकृत लेखा कोर्स (COMPUTERIZED ACCOUNTING)
कम्प्यूटर एडेड डिजाइन और ड्राइंग कोर्स (CADD (COMPUTER AIDED DESIGN AND DRAWING Course )
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स (Digital marketing Course)
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन कोर्स – Search engine optimization Course

वेब डिजाइनिंग

वेब डिजाइनिंग में वेब का मतलब होता है वेबसाइट वेब डिजाइनिंग कोर्स में आपको वेबसाइट बनाना, वेबसाइट को मैनेज करना वेबसाइट के लिए डेटाबेस बनाना आदि सिखाया जाता है। वेब डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद आप अच्छी जॉब पा सकते हैं।परंतु उसके लिए आपको अच्छी प्रैक्टिस की आवश्यकता होगी। वेब डिजाइनिंग के दो पार्ट्स होते हैं एक फ्रंटेंड वेब डिजाइनिंग दूसरा बैकऐंड वेब डिजाइनिंग। यह कोर्स कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा करके, बीसीए कोर्स करके, भी करके या बीटेक करके भी कर सकते हैं।इस कोर्स में आप अपनी स्किल्स को जितना बढ़ाएंगे उतना ही अच्छी और ज्यादा सैलरी वाली जॉब मिल पाएगी। वेब डेवलपमेंट का कोर्स करने के लिए आपको Html, Javascript और Css की नॉलेज होना आवश्यक है। यह कोर्स ऑनलाइन भी किया जा सकता है।

वीएफएक्स एंड एनीमेशन

आजकल कार्टूंस, वीडियो गेम्स, 3D मूवीस आदि का प्रचलन बहुत ज्यादा हो गया है। वीएफएक्स और एनिमेशन का प्रयोग आजकल मूवीस तथा वीडियोस में भी किया जाता है। इसके द्वारा चित्रों को भव्य रुप दिया जाता है। कई टेलीविजन शो में स्टेज परफॉर्मेंस के वक्त भी एनिमेशन का प्रयोग किया जाता है इसके द्वारा परफॉर्मेंस, फिल्म, गानो, कार्टूंस आदि में चार चांद लग जाते हैं। कई मूवीस में इमारतों और लोगों की जगह एनिमेशन का ही प्रयोग किया जाता है और हमें लगता है कि वह रियल है। इस कोर्स को करने के लिए 10th और 12th में 50% से ज्यादा नंबर से उत्तीर्ण होना आवश्यक है तथा इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम तथा इंटरव्यू भी लिया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद एनिमेटर, आर्ट डायरेक्टर, फिल्म और वीडियो एडिटर तथा 3D एनिमेटर की जॉब कर सकते हैं। यह जॉब आपकी प्रैक्टिस और आपकी स्किल पर डिपेंड होती है। यह ऑनलाइन भी सीखा जा सकता है।

टैली

टैली का आविष्कार Tally Solutions Pvt. Ltd. द्वारा किया गया था। कई जॉब में टेली का कोर्स अनिवार्य होता है। टेली कोर्स एकाउंटिंग से संबंधित होता है। आजकल कई मॉल, शोरूम्स तथा होटल में पक्का बिल दिया जाता है। यह बिल टैली के सॉफ्टवेयर के द्वारा बनाया जाता है तथा जिसने टैली का कोर्स किया होता है जॉब को करता है। टैली का कोर्स 12 तथा ग्रेजुएशन के बाद भी किया जा सकता है। टैली का कोर्स कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा या डिग्री करके भी किया जा सकता है। इसे सीखने में ज्यादा समय की आवश्यकता नहीं होती कुछ महीनों में ही हम इसे सीख सकते हैं तथा जो लोग ज्यादा फीस नहीं दे सकते तथा उन्हें जॉब करनी होती है वह इस कोर्स को कर सकते हैं क्योंकि इसकी फीस जागता नहीं होती है। टैली सीखाने के कई वीडियोस ऑनलाइन भी उपलब्ध है।तथा ऑनलाइन भी इस कोर्स को सीखा जा सकता है।

माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एंड टाइपिंग कोर्स

माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस कंप्यूटर का बेसिक होता है। इसमें माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट ऍक्सेल, माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइण्ट, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक आदि आते हैं। इसमें डॉक्यूमेंट को आसानी से लिखा जा सकता है इसके साथ-साथ इसमें कई सारे टूल्स होते हैं जिसकी सहायता से डॉक्यूमेंट को एडिट बैकग्राउंड चेंज, पूरी बुक भी टाइप कर सकते हैं। यह कोर्स करने के लिए सिर्फ आपको हिंदी इंग्लिश का सही ज्ञान होना चाहिए। इसे 5th से 12th तक का स्टूडेंट सीख सकता है। तथा इसके बाद भी चाहे वह किसी भी स्ट्रीम से हो यह कोर्स कर सकता है। इसके साथ-साथ हिंदी इंग्लिश की टाइपिंग सीखकर प्राइवेट जॉब कर सकते हैं तथा कई गवर्नमेंट जॉब ऐसी आती है जिनमें टाइपिंग कोर्स अनिवार्य माना जाता है उसके लिए भी आप आवेदन कर सकते हैं।

साइबर सिक्योरिटी कोर्स

बढ़ते हुए कंप्यूटर का उपयोग तथा टेक्नोलॉजी के बढ़ने के साथ-साथ साइबर क्राइम भी तेजी से बढ़ रहा है। हमारे डाटा को सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी की टीम होती है जो हमारे डाटा को सुरक्षित रखने का काम करती है। साइबर सिक्योरिटी कोर्स यदि हम सर्टिफिकेट के लिए करते हैं तो ट्वेल्थ में गणित केमिस्ट्री फिजिक्स होना आवश्यक है तथा मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण होना चाहिए। परंतु यदि हम साबर सिक्योरिटी कोर्स डिग्री के लिए करते हैं तो हमें इसके लिए प्रवेश परीक्षा देना आवश्यक है। जैसे- जेईईमेन, जेईटी, नीट आदि। साइबर सिक्योरिटी कोर्स में बीए, बीएससी, बीसीए, बीटेक, आईटी आदि डिग्री कोर्स कर सकते हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग यह एक डिग्री कोर्स होता है। तथा इसके साथ-साथ डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस में भी यह सब्जेक्ट होता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से तात्पर्य है कि ऐसे इंजीनियर जो सॉफ्टवेयर को यूजर की जरूरत के अनुसार बनाते हैं तथा विकसित करते हैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर कहलाते हैं। तथा सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए हमें सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का कोर्स करना होता है और यदि हम अपनी अच्छी प्रैक्टिस और मेहनत इसमें देते हैं और अपनी स्किल्स को डेवलप कर लेते हैं तो उसमें लाखों रुपए का पैकेज भी मिलता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन से जुड़ी छोटी से बड़ी सारी बात सिखाई जाती है। यदि आप भी सॉफ्टवेयर बनाना चाहते हैं,और एक अच्छी नौकरी पाना चाहते हैं तो आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का कोर्स करना आवश्यक है।

डिप्लोमा इन आईटी एंड कंप्यूटर साइंस

डिप्लोमा इन आईटी एंड कंप्यूटर साइंस 1 अंडर ग्रेजुएट कोर्स होता है। इस कोर्स को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं तथा 12वीं के बाद किया जा सकता है। इसके साथ-साथ यदि आपने 12वीं किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से pcm (फिजिक्स, केमेस्ट्री,मैथ) से की है तो आपको सेकंड ईयर में डायरेक्ट एडमिशन भी मिल सकता है। हालांकि डिप्लोमा कोर्स करने के बाद डिग्री कोर्स कर सकते हैं जिसमें अच्छा पैकेज मिलता है परंतु डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड आईटी करने के बाद भी अच्छी जॉब लग सकती है। डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस में हर वर्ष में 10-10 सब्जेक्ट होते हैं। जीने का ढंग से पढ़ लिया जाए तथा कोडिंग में अपनी पकड़ बना ली जाए तो अच्छी जॉब पा सकते हैं। डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड आईटी में आयु की कोई सीमा नहीं होती।आप कभी भी यह कोर्स कर सकते हैं।

हार्डवेयर मेंटेनेंस

Computer Course in Hindi के अभी तक के ब्लॉग में आपने देखा कि कंप्यूटर का उपयोग कितना बढ़ता जा रहा है। कंप्यूटर भी क्योंकि एक मशीन है तो मशीन को भी मेंटेनेंस की जरूरत होती है क्योंकि हम अपना काम तो कर लेते हैं लेकिन कंप्यूटर को सही तरीके से मेंटेन नहीं कर पाते हैं इसलिए हार्डवेयर मेंटेनेंस एक कोर्स होता है जिसमें कंप्यूटर या कंप्यूटर से संबंधित सभी हार्डवेयर को सुरक्षित रखना तथा देखरेख रखना और उससे जुड़ी सभी चीजें सिखाई जाती है। कई सरकारी विभागों तथा निजी विभागों में हार्डवेयर टेक्नीशियन की जरूरत होती है जो हार्डवेयर को मेंटेन तथा कई कंप्यूटर्स को जोड़ने का काम करता है।इस कोर्स को 10वीं 12वीं के बाद भी किया जा सकता है।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स

आज का दौर डिजिटल इंडिया का दौर हो गया है आजकल सभी ऑफलाइन के बजाय ऑनलाइन चीजें खरीदने और पढ़ने के शौकीन होते हैं तथा यह बहुत आसान भी होता है। इसी के साथ साथ डिजिटल मार्केटर की जरूरत भी बहुत बढ़ गई है।डिजिटल मार्केटर बनने के लिए हमें डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करना आवश्यक है। डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने के बाद हम निजी या स्वयं भी एडवरटाइजिंग, यूट्यूब तथा अन्य के जरिए पैसे कमा सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग कोर्स में कई कोर्स शामिल है जैसे सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, डिस्पले एडवरटाइजिंग, सर्च इंजन मार्केटिंग तथा सोशल मीडिया मार्केटिंग आदि। इस कोर्स को करके हम घर बैठे भी पैसे कमा सकते हैं परंतु उसमें स्किल्स और मेहनत की आवश्यकता होगी। यह सर्टिफिकेट कोर्स भी है हम 3 से 6 महीने का कोर्स करके भी डिजिटल मार्केटिंग का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं। या कोर्स ऑनलाइन भी किया जा सकता है।

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