दुनिया के सबसे महंगे और आलीशान हेलीकाप्टर | देखिए video

अक्सर देखा जाता है कि अमीर बिजनेसमैन या टॉप क्लास के अधिकारी और नेता समय की बचत के लिए परिवहन हेतु हेलीकॉप्टर का प्रयोग करते हैं। कहीं भी उतरने में सक्षम और किसी रनवे की जरुरत न होने के कारण हेलीकॉप्टर आज भी परिवहन का सबसे पसंदीदा साधन बना हुआ है।

bell 525 relentless

लेकिन, क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कई हेलीकॉप्टर ऐसे भी हैं जिनकी कीमत करोड़ों में है। साधारण इंसान तो इसमें बैठने की सोच भी नहीं सकता। इन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कंपनियां वाणिज्यिक रूप में भी करती हैं।बेल 525 रेलेंटलेस

बेल 525 रेलेंटलेस बेल हेलीकॉप्टर द्वारा निर्मित एक अमेरिकी मध्यम-लिफ्ट हेलीकॉप्टर है। बेल 525 को पहली बार फरवरी 2012 को टेक्सास के डलास में आयोजित हेली-एक्सपो में प्रदर्शित किया गया था। इस हेलीकॉप्टर ने पहली बार एक जुलाई 2015 को उड़ान भरी थी। इस हेलीकॉप्टर में 19 यात्रियों के बैठने की सुविधा है। 287 किलोमीटर की औसत रफ्तार के साथ हेलीकॉप्टर 900 किलोमीटर तक सकता है।

eurocopter ec225 super puma

यूरोकॉप्टर EC225 सुपर प्यूमा

हेलीकॉप्टर EC225 सुपर प्यूमा लंबी दूरी का यात्री परिवहन हेलीकॉप्टर है जिसे यूरोकॉप्टर ने डिजाइन किया है। इसे एयरबस एच 225 के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया का सबसे महंगा बिजनेस हेलीकॉप्टर है। यह ट्विन इंजन वाला हेलीकॉप्टर है जिसमें ग्राहक की सुविधा के अनुसार बदलाव किया जा सकता है। यह हेलीकॉप्टर दो पायलट एक केबिन क्रू के साथ 24 यात्रियों को ले जा सकता है। एक बार में यह हेलीकॉप्टर 800 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक उड़ान भर सकता है।

agustawestland aw101 vvip

अगस्ता वेस्टलैंड

इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल सेना और सिविल उड़ानों के लिए किया जाता है। इसकी पहली उड़ान 1987 में आयोजित की गई थी। इसका विकास यूनाइटेड किंगडम में वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर और और इटली में अगस्ता ने मिलकर किया है। इसके इंजन का शोर काफी कम होता है। अंदरूनी बनावट प्राइवेट जेट की तरह होने से ये अरबपतियों का पसंदीदा हेलीकॉप्टर है। इस हेलीकॉप्टर में 13 लोग एक साथ सफर कर सकते हैं।

Sikorsky S 92

सिकोरस्की एस -92

अमेरिकी ट्विन-इंजन वाले मध्यम-लिफ्ट हेलीकॉप्टर सिकोरस्की एस -92 का प्रयोग घरेलू और सैन्य परिवहन के लिए किया जाता है। यह हेलीकॉप्टर एक बार में 19 लोगों को ले जा सकता है।नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डि‍सक्‍लेमर: यह न्‍यूज वेबसाइट से म‍िली जानकार‍ियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *