हमेशा एक ही लाइन में क्यों चलती हैं चीटियां? जानिए इसके पीछे की वजह और इससे जुड़े रोचक तथ्य l देखिए video

हमारी दुनिया में पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए भगवान ने सभी जीवों को एक अहम जिम्मेदारी दे रखी है. इन्हीं जीवों में से एक है चींटी. अक्सर आपने देखा होगा कि चीटियां हमेशा एक लाइन में ही चलती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है? चलिए हम बताते हैं कि क्या है इसके पीछे का असल कारण?
चीटियां को आप सामाजिक प्राणी भी कहे सकते हैं क्योंकि ये हर जगह पाए जाते हैं फिर चाहे वो गांव हो या शहर. ये हमेशा कॉलोनी बनाकर रहते हैं. इसमे रानी चींटी, नर चींटी और बहुत सारी मादा चीटियां होती हैं. नर चींटियों की पहचान ये होती है कि उनके पंख होते हैं, जबकि मादा चींटियों के पंख नहीं होते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि चींटियों की आंखें होती हैं, लेकिन वो सिर्फ दिखावे के लिए होती हैं. खाने की तलाश में जब ये चींटियां बाहर निकलती हैं तो उनकी रानी रास्ते में फेरोमोन्स नाम का एक रसायन छोड़ते हुए जाती है, जिसकी गंध को सूंघते हुए बाकी चींटियां भी उसके पीछे-पीछे चलती जाती हैं, जिससे एक लाइन बन जाती है. यही वजह है कि चींटियां एक लाइन में चलती हैं.
अंटार्कटिका को छोड़कर दुनिया के हर कोने में चींटियां पायी जाती हैं. दुनिया की सबसे खतरनाक चींटियां ब्राजील में स्थित अमेजन के जंगलों में पायी जाती हैं. कहते हैं वो इतना तेज डंक मारती हैं, जैसे लगता है बंदूक की गोली शरीर में घुस गई हो.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चींटियां सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले कीड़ों की श्रेणी में आती हैं. दुनिया में कुछ कीड़े ऐसे हैं, जो महज कुछ दिन या कुछ घंटे ही जीवित रहते हैं, वहीं इसके विपरीत एक विशेष प्रजाति ‘पोगोनॉमीमेक्स ऑही’ की रानी चींटी 30 सालों तक जिंदा रहती है.नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]