एनाबेला डॉल की सच्ची कहानी | एक भूतिया गुड़िया की कहानी, देखिए video

आपको वह सच्ची कहानी नहीं पता जो हम आपको आज बताने जा रहे हैं। ये एक भूतिया गुड़िया की असली कहानी है। आपने आज से पहले जो भी भूतिया गुड़िया की कहानी सुनी होगी वे सभी असली नहीं होंगी लेकिन जिस गुड़ियां के बारे में हम बात करने जा रहे हैं वो आज भी इस दुनिया में है। इस गुड़िया को कोई भी अपने घर में नहीं रखना चाहता। इसकी वजह जानकर लोगों की रूह कांप उठती है।
संभव है कि आपने किसी हॉलीवुड हॉरर फिल्म में भी इसके बारे में देखा-सुना होगा। कहा जाता है कि इसकी असली कहानी कुछ और है। दरअसल, इस गुड़िया को भूतिया इसलिए कहा जाता है क्योंकि माना जाता है कि ये गुड़िया जीवित है। फिल्म एनाबेल क्रिएशन में इसके बारे में जो दिखाया गया है वो इस गुड़िया की सच्ची कहानी से अलग है।
अमेरिकन लेखक जॉनि ग्रुएल ने सबसे पहले अपनी एक रचना में इसका जिक्र किया था। लेकिन सच ये है कि बेहद रहस्यमयी ढंग से ये डॉल उनकी जिंदगी में आई थी। इसके बारे में जानकर आपको बेहद ताज्जुब होगा। दरअसल, बात उस वक्त की है जब लेखक जॉनि ग्रुएल बच्चों के लिए एक किताब की श्रृंखला की रचना करने जा रहे थे। उन्होंने ‘रेजड़ी अन्न सीरीज’ नामक एक किताब के साथ एनाबेले डॉल को मार्किट में लॉन्च किया। उनकी यह किताब लोगों के लिए बेहद रोचक विषय थी।
डॉल के पीछे छुपी अनोखी कहानी ने लोगों को इसे जानने के लिए मजबूर कर दिया। बात उस वक्त की है जब जॉनि ग्रुएल को अपनी घर के बैकयार्ड में यह डॉल मिली थी। जब उनकी बेटी मार्सेला पैदा हुई तो उसी डॉल से वो हर वक्त खेलती रहती थी। जॉनि ने जब अपनी बेटी को डॉल के साथ खेलते हुए देखा तो उन्हें रेजड़ी अन्न स्टोरीज लिखने का आइडिया आया। पर दुख की बात ये थी की 13 साल की उम्र में ही मार्सेल की मौत हो गई। उसकी मौत का कारण संक्रमित टीका बताया गया।
मार्सेला की मौत के बाद जब ‘रेजड़ी अन्न स्टोरीज’ को मार्केट में लाया गया तब उस डॉल का मॉडल भी बुक के कवर पेज पर छापा गया। ये मार्सेला को श्रद्धांजलि देने के कारण ही लॉन्च किया गया था। पर हैरानी की बात ये थी कि मार्सेला की मौत के बाद असली एनाबेले डॉल जिससे मार्सेला खेला करती थी वो अचानक घर से कहीं गायब हो गई। जिस रहस्यमयी ढंग से ये डॉल उस घर में आई थी ठीक वैसे ही वो वहां से लापता हो गई। किसी को नहीं पता था कि वह गुड़िया कहां गई। मार्सेला ने उसके बारे में पता लगाने की काफी कोशिश भी की लेकिन उसका पता नहीं चला और फिर एक दिन…
वो असली डॉल एक एंटीक शॉप में मिला। ये बात है साल 1970 की। एक नर्सिंग स्टूडेंट जिसका नाम था डोना, उसकी मां ने डोना को ये डॉल गिफ्ट की थी। लेकिन डोना ने डॉल को पाने के बाद से ही उसमें कुछ अजीब चीजें नोटिस की। डोना ने देखा की डॉल अपने आप ही पोजीशन चेंज कर रही थी। कभी-कभी डोना डॉल को एक रूम में रखके कहीं बहार जाती थी तो वापस लौटने पर वह डॉल उसे वहां नहीं मिलती थी। तलाशने पर उसे वो गुड़िया घर के किसी दूसरे कोने मिलती थी। एक दिन डोने ने कमरे में लौटने के बाद देखा की डॉल के हाथ और पीठ पर खून के धब्बे लगे हुए हैं। वो दहशत भरा ये नजारा देखकर बुरी तरह कांप गई। डोना को समझ आ गया था कि उसके साथ कुछ बुरा हो रहा है। इसके बाद डोना ने फौरन पैरानॉर्मल एक्टिविटी एक्सपर्ट एड और लॉरेन को बुलाया।
एड और लॉरेन ने जब पाया कि यह डॉल भूतिया है तब डोना और ज्यादा डर गई। उसने उस गुड़िया को वहां से ले जाने के लिए कहा। एड और लॉरेन उस वक्त उस गुड़िया को अपने साथ कार में ऑकल्ट म्यूजियम में ले गए। लेकिन कार से जाते वक्त ही डॉल ने कुछ ऐसी हरकत शुरू कर दी जिसका अंदाजा उन दोनों को नहीं था। दरअसल, गुड़िया ने अपनी पूरी ताकत से उन्हें रोकने की कोशिश की। गुड़िया ने बार-बार डॉल कार का स्टेरिंग घुमाने की कोशिश की, मानो कि वो उन्हें कही और ले जाना चाहती है। बड़ी मुश्किल से एड और लॉरेन अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं।
एड और लॉरेन उस शापित भूतिया डॉल को अपने म्यूजियम में मंत्र से एक कांच के बक्से में बंद करके रख देते हैं। माना जाता है कि आज भी उसकी भूतिया ताकत एक्टिव है। इसी कारण से उसके पास किसी को जाने नहीं दिया जाता। नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल) [ डिसक्लेमर: यह न्यूज वेबसाइट से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई है. EkBharat News अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]